भोपाल गैस त्रासदी – भारतीय जाने सबसे सस्ती मेरा भारत महान अंधेरा कितना भी गहरा हो, एक छोटा सा दिया भी उसे खत्म कर देता है !! आए भारतीयता का दिया जलाए !! भोपाल गैस त्रासदी पर आखिर कोर्ट ने २५ साल बाद फैसला दे दिया
हजारो लोगो कि मौत के जिम्मेदारो को सिर्फ २ साल कि सजा ? यह
सजा वास्तव मे उन लोगो हुई है जो इस त्रासदी के शिकार हुये थे!
अदालत ने तो जो फैसला दिया सो दिया मगर अब जो खबरे मीडिया मे
आ रही है वह और दुखदायी है !
जिस तरह हमारी सरकार और उसके विभागो ने केस को कामजोर किया और हर
तरह से अमेरिकन कंपनी और उसके अधिकारिओ को बचाने का प्रयास किया वोह
अपने आप मे सोचने पर मजबूर करता है कि जब हमारे ही लोग ऐसा करेगे तो
गैर के बारे से सोचना ही कैसा ! कल्पना करे कि अगर इसका उलटा होता और कोई
भारतीय कंपनी अमेरिका मे ऐसी लापरवाही करती और एक भी अमेरिकन कि जान
चली जाती तो क्या होता शायद भारतीय अधिकारी और भारत सरकार एक विशेष
विमान मे उस कंपनी के सारे अधिकरिओ को ले जा कर अमेरिका को दे आते!
अमेरिका से ज्यादा तेजी यह भारतीय दिखते !
दर हक़ीक़त हम अभी तक गोरो के गुलाम है पहले शारीरिक रूप से थे और अब ६० साल
से मानसिक रूप से, यही वजह है कि उनको देख कर या उनके मामले मे हमारा आस्तित्व
शून्य हो जाता है और वही हमारे माईबाप हो जाते है, उनके आगे हम बोल भी नही पाते
है न्याय तो दूर कि बात है, हम को तो बस उनके सूर मे सूर मिलना है ! हमारी सारी
शक्तिंया , सारे दावपेंच सिर्फ और सिर्फ गरीब और कमजोर भारतियो के लिये है यह
फिर उनके लिये तो हम से कमजोर हो !!!
हे भगवान हम कब आजाद होगे
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