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15 अगस्त : भारत माता की जय / वन्दे मातरम

मेरा भारत महान
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15thAugustकल 15 अगस्त है,, अब्दुल का दिल भी यह सोच कर खुशी से उछल रहा है,, बड़े बूढ़े बताते है की आज हम अंग्रेज़ों से आज़ाद हुए थे ,, सैकड़ो सालो और लाखो जानो की कुरबानिया देने के बाद,, उसका दिल चाह रहा था की वह भी लाल किले जा कर प्रधान मंत्री का भाषण सुने मगर एक अंजाना खौफ उस पर तारी था ,,   आज ही उसने अख़बार मे देखा था की स्वांतंत्रता दिवस के कारण हाइ अलर्ट घोषित कर दिया है,, सीमाए सील कर दी गयी है ,, जगह जगह पुलिस चेकिंग चल रही है,, उसको डर लग रहा था बाहर निकलते,, कहीं कोई आतंकवादी संगठन कोई नापाक हरकत न कर दे,, कहीं वह इस का शिकार न हो जाये,, अगर ऐसा हो गया तो उसका परिवार क्या करेगा,, और अभी उसकी उम्र ही क्या है  सिर्फ 17 साल,, इस उम्र मे ही उसपर घर की पूरी ज़िम्मेदारी आ गयी,, ज़्यादा पढ़ाई ना कर सका इस लिया कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली और शहर के एक व्यस्त चौहारे पर चाट का ठेले लगाने लगा,, यही उसकी और उसके परिवार के गुज़ारे का साधन था,, अगर उसको कुछ हो गया तो उसका परिवार क्या करेगा,, उसकी माँ और बहनो को कौन देखेगा,, उसके घर मे और कोई तो मर्द नहीं है और इस समाज मे बग़ैर मर्द के घर एक चारागाह के समान होता है जिस पर हर कोई मुह मारना चाहता है, फिर उसकी तो दोनों बहने जवान है,, नहीं वह नहीं जाये का स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम देखने !! 

 

एक बार फिर उसके जज्बे ने जोश मारा,, अरे यार कहीं कुछ नहीं है ,, यह चेकिंग आदि तो हर साल होती है ,, मुझे क्या ,, मैं कोई अपराधी तो नहीं हू ,, जाओ गा और देख कर आ जाओगा, किसी से क्या मतलब लगता है मैं ही कुछ ज़्यादा सोचता हू,, यह कह कर जैसे आगे चला,, उस पर फिर खौफ छाने लगा,, कहीं ऐसा न हो उसकी हल्की दाढ़ी, और मुछ देख कर उसको चेकिंग के नाम पर रोक न लिया जाये ,, फिर उसको याद आया कुछ दिनो पहले की घटना,, जब एक मौलाना को जहाज़ से उतार लिया गया था सिर्फ उनकी वेश भूषा की वजह से और रात भर जेल मे रखखा गया था,, वह तो मशहूर हस्ती थे बच गए,, मुझे कौन बचाएगा,, हो सकता है अगले दिनो के अख़बार मे हेयडिंग आए की एक आतंकवादी चेकिंग के दौरान पकड़ा गया या फिर आए की मुठ भेड़ मे मारा गया, तो क्या होगा, मेरा परिवार क्या करेगा उसके पास तो कुछ भी नहीं है मुझे बे गुनाह साबित करने के लिए,, वह तो बे मौत मर जाए गे, हो सकता है उनको मुहल्ले से निकाल दिया जाये या हिरासत मे लिया जाये यह कह कर की यह आतंकवादी की माँ बहने है ,, नहीं नहीं ,, मैं दिल्ली नहीं जाओगा,, मैं स्वतंत्रता दिवस यही अपने शहर मे माना लूँगा,, यहा भी तो झंडा फाइराया जाता है कालिज के मैदान पर और प्रधान मंत्री न सही, कोई मशहूर हस्ती तो आती है  बस मैं यहीं झंडे को सलामी दे लूँगा !!

 

15 अगस्त को सुबह उठा, नहा धो कर तयार हुआ, बाहर आया और एक छोटा सा झंडा लिया, झंडे को हाथ मे लेकर ऐसा एहसास हो रहा था मानो सब मिल गया हो,, हैं यह झंडा ही तो हमारी शान है हमारी पहचान है,,  भारत माता की जय करता हुआ आगे बढ़ा ,, रास्ते मे जगह जगह नेता के शान मे पोस्टर लगे थे जिनमे दर्शाया था की नेता जी आज के समारोह मे मुख्य आतिथि है,, बस पोस्टर देख कर अब्दुल का उत्साह जाता रहा ,, वह सोचने लगा यह तो वही नेता है जो कुछ दिनो पहले होने वाले दंगो मे आगे आगे थे,, इन के खिलाफ तो भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे है,, यहाँ तक की पैसा लेकर देश के खिलाफ काम करने तक के आरोप,, या अल्लाह ,, क्या इनको हक है इस झंडे को छूने का भी,, यह जनता को आज़ादी का क्या संदेश देंगे,, देशभक्ति का क्या पाठ देंगे ,, यह तो खुद देश विरोधी गतिविधियों मे शामिल है !!

 

दो मिनट रुका फिर उसने वापस जाने का फैसला लिया अपनी बस्ती की तरफ जहाँ असली भारत बसता था ,, गरीबो और देश भक्तो का भारत ,, जिनके पास दो वक्त की रोटी नहीं थी लेकिन देश पर जान देने का जज़्बा था,, जहाँ सिर्फ एक धर्म था “भारतीयता” का,, जहाँ सिर्फ एक पहचान थी उनकी ग़रीबी,, लेकिन उनके जज्बे पाक थे ,, उनके तनो पर पूरे कपड़े नहीं थे लेकिन दिल भरा था की हम एक आज़ाद देश के बासी है, जिनको अपनी संस्कृति पर गर्व था ,, जो आज़ादी के नाम पर नंगे नहीं थे और ना ही आधुनिकता की ऐसी आँधी मे उड़ रहे थे जहाँ अपने देश, अपने लोगो और अपनी संस्कृति को तुछ समझा जाता था !!  यहाँ धर्म या पहचान के नाम पर कोई झगड़ा नहीं था,, सभी आपस मे मिल जुल कर रहते थे , एक दूसरे के दुख सुख मे साथ,, एक दूसरे के तीज तवहारों मे साथ साथ,, किसी को किसी से परहेज़ नहीं था सब एक थे !! यह लोग उन लोगो से काही अधिक देश भक्त थे जो दिन रात देशभक्ति का  राग अलापते है और देश भक्ति एवं राष्ट्रवाद की आड़ मे देश को दिन ब दिन खोखला कर रहे है    !

 

गर्व के साथ अपने लोगो मे लौटा, मुहल्ले के ग़रीब बच्चो को इकठ्ठा किया, शान के साथ चौराहे पर झंडा फाइराया और गर्व से बोले “भारत माता की जय

 

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